POLICE के निगरानी में, प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष सरपंच उम्मीदवार को शपथ ग्रहण।
भागलपुर सुलतानगंज प्रखंड के तिलकपुर पंचायत सरपंच विमल किशोर यादव को भागलपुर कोर्ट के द्वारा POLICE निगरानी में प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्म, अंचलाधिकारी शंभुशरण राय के नेतृत्व में शपथ ग्रहण दिलाया गया। वही शपथ ग्रहण के दौरान तिलकपुर पंचायत सरपंच विमल किशोर यादव ने कहा मैं अपने पोस्ट एवं कार्य को विस्तार पूर्वक निर्वाहन करूंगा। शपथ ग्रहण करने के दौरान जनता से भी अपील कर संबोधित करते हुए, कहा होली मेंं पंचायत वासियों को मैं होली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और नशा मुक्त पंचायत बनाने की अपील करता हूं। आप लोग नशा ना करें नशा मुक्त पंचायत बनावे।
सुलतानगंज मे जदयु कार्यकर्ताओं ने कोरोना जागरूक रथ का भव्य स्वागत करते हुए लोगों को किए जागरूक।।
बताते चलें कि 21/01/2022 को गुप्त सूचना के आधार पर,D.S.P डॉ ः गोरव कुमार सर्किल इंस्पेक्टर रतनलाल ठाकुर की मौजूदगी में दल बल जवानों के साथ छापेमारी के दौरान। अवैध तरीके से हथियार रखने और कच्ची शराब पीने की पुष्टि हुई थी।
वहीं शपथ ग्रहण के दौरान तिलकपुर पंचायत के सेकंडों समर्थक लोगों शामिल हुए /

मुखिया प्रतिनिधि अमित कुमार उर्फ विभीषण मंडल सत्यम कुमार उपमुखिया, उपसरपंच जयप्रकाश मंडल वार्ड 07 पार्षद प्रतिनिधि विजय यादव, राजद नेता विजय यादव संजय यादव इंदु यादव, अशोक कुमार यादव पूर्व उपसरपंच तिलकपुर, सुलतानगंज विधानसभा,लोक जन शक्ति पार्टी,रामबिलास, प्रत्याशी प्रतिनिधि रामधनी यादव, सनी यादव, बंटी कुमार यादव उर्फ आकाश राज,
एवं प्रखंड मुख्यालय परिसर में शामिल हुए।
पुर्तगाल, चीन और पाकिस्तान को परास्त करनेवाले एकमात्र योद्धा जनरल सगत सिंह कि कहानी।। InquilabIndia
आज हम आपको ऐसे फौजी के बारे में बता रहे हैं जिन्हें भारत का सबसे निर्भीक जनरल माना जाता है। जनरल सगत एकमात्र सैन्य अधिकारी है जिन्होंने तीन युद्ध में जीत हासिल की। उनके नेतृत्व में गोवा को पुतर्गाल से मुक्त कराया गया। वहीं वर्ष 1967 में चीनी सेना की भी घेराबंदी की। इसके बाद वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों को दरकिनार कर जनरल सगत ढाका पर जा चढ़े। इसकी बदौलत पाकिस्तानी सेना को हथियार डालने को मजबूर होना पड़ा।
आजादी के बाद सन 1961 में गोवा मुक्ति अभियान में सगत सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन विजय के अंतर्गत सैनिक कार्रवाई हुई और पुर्तगाली शासन के अंत के बाद गोवा भारतीय गणतंत्र का अंग बना।