
खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र से बड़ी खबर मिल रही है जिसमें बेखौफ अपराधियों ने गोलियों से भुन एक किसान की हत्या कर हुआ फरार। एक ओर जहां पुलिस प्रशासन सभी क्षेत्रों में शांतिपूर्ण व्यवस्था कायम होने की दावा कर रहें हैं, वहीं दूसरी ओर अपराधियों द्वारा भी इन दिनों लगातार गोलीबारी और हत्याएं करने से बाज नहीं आ रहें हैं। इस वक्त ताजा मामला परबत्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत सियादतपुर अगुआनी के डुमरिया बुजुर्ग से आ रही है जहां किसानों को अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया। वहीं मृतक की पहचान डुमरिया बुजुर्ग गांव निवासी हीं स्वर्गीय रामानंद चौधरी के बेटे संजय चौधरी के रूप में किया गया। मिली जानकारी के अनुसार मृतक संजय चौधरी रोज की तरह शनिवार शाम को भी अपने घर से खाना खाकर गांव के पास के बगीचे में अपनी गाय के बथान पर जैसे ही पहुंचे कि वैसे ही पहले से घात लगाए बैठ अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोली से प्रहार कर मौत की नींद सुला दिया।


वहीं इस घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोली की आवाज सुन आसपास के लोग जब तक में सब कुछ समझ पाते कि तब तक में सभी अपराधी घटनास्थल पर से नौ दो ग्यारह हो गया। अर्थात आव देखा ना ताव सबके सब फरार हो गया। फिर ग्रामीणों की झुंड घटनास्थल पर पहुंच मृतक और अपराधियों के विभिन्न पहलुओं पर आपसी चर्चा करने लगे। इधर पुलिस प्रशासन भी सुचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंच विभिन्न लोगों व परिजनों से पुछताछ कर हत्या के मामले की विस्तृत जानकारी लें शव को पोस्टमार्टम कराने हेतु लेकर चला गया और सुबह मृत शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

वहीं मृतक के भाई सुधीर चौधरी ने बताया कि मेरा भाई बीते शनिवार की शाम अपने गाय के बथान पर गया था कि अचानक कुछ अपराधियों ने गोलियों की अंधाधुंध फायरिंग कर मार दिया। जहां तीन गोलियां सीधे शरीर में जा लगी और मेरा भाई घटनास्थल पर हीं दम तोड़ दिया। घटना घटित होने के वक्त मैं भी वहीं आसपास बैठ खेतों में काम कर रहा था। जैसे ही मैं अपने भाई संजय चौधरी के करीब पहुंचा कि मुझे देख सभी अपराधी चंपत हो गया। हालांकि अंधेरे होने के कारण सभी अपराधियों को नहीं पहचान पाए लेकिन कुछ अपराधियों को हमारी आंखें पहचान चुकी हैं। जिसके ऊपर जिला प्रशासन से कार्रवाई कर अतिशीघ्र न्याय की मांग करते हैं।

साथ ही साथ मृतक के 14 वर्षिय छोटा बेटा अनुपम कुमार ने बताया कि मैं अपने चाचा के साथ खेतों के मचान पर बैठे था और इधर पिता संजय चौधरी अपने बथान पर काम कर रहे थे कि अचानक गोलियां की आवाज सुन उठ बैठा और तुरंत दौड़ता हुआ अपने बथान पर पहुंचा तो देखा कि पापा को अपराधियों ने गोलियों से भून मार डाला था। वहीं पिता के आसपास कुछ दूरी पर हथियार से लैस अपराधी खड़ा था। जैसे हीं चाचा सुधीर चौधरी को अपराधियों ने आते देखा कि सबके सब फरार हो गया।

बताते चलें कि फिलहाल इस घटना के कारणों को लेकर परिजनों ने जमीन विवाद बताया। वैसी जमीन विवाद जिसका मामला तत्काल शांत हो गया था। लेकिन फिर भी कोई स्पष्ट और सच्ची कारणों का पता नहीं लग पाई है। इधर पुलिस प्रशासन सहित सबके सब इस मामले की स्पष्ट तौर पर घटना का पता लगाने में लगे हुए हैं। वहीं मृतक की पत्नी गुड़िया देवी का कहना हुआ कि हमारे पति को किसी से भी पुर्व में कभी कोई आनाकानी नहीं हुई। लेकिन फिर भी अपराधियों ने बेमतलब के अपने घटना को अंजाम दिया। मैं जिला प्रशासन से अतिशीघ्र हमारे पति के हत्या के मामले में संलिप्त आरोपियों पर अविलंब गिरफ्तारी कर कार्रवाई की मांग करते हैं ना कि आश्वासन।

अंततः मृतक संजय चौधरी के घरों में मौजूद परिजनों सहित अन्य पड़ोसियों को भी रो रो कर हाल बुरा है। साथ ही साथ अपराधियों द्वारा इस करतूत को लेकर परिजनों सहित ग्रामीण युवाओं के दिलों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। लेकिन फिर भी फिलहाल पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई कर सभी अपराधियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की बेसब्री से इंतजार है।

वहीं घटना की जानकारी मिलते ही परबत्ता थाना पुलिस प्रशासन घटनास्थल पर पहुंचकर कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम प्रक्रिया पुर्ण होने के बाद मृत शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने बताया कि उक्त मामले को लेकर घटनास्थल पर पहुंच पुरी जानकारी प्राप्त कर पोस्टमार्टम करा शव को परिजनों के हवाले करा दिया हुं और इस मामले में संलिप्त अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ़्तारी की पुरी कोशिश की जाएगी। लेकिन मृतक संजय चौधरी के परिजनों द्वारा फिलहाल कोई लिखित आवेदन या किसी के ऊपर कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत मिलते ही सभी अपराधियों की गिरफ्तारी सौ फीसदी की जाएगी।