रवींद्रनाथ ठाकुर ।नवगछिया ।बिहार में पंचायत चुनाव नहीं होने की स्थिति में पंचायत समिति और परामर्शी समिति का गठन करने का निर्णय लेने के लिए बिहार सरकार को भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद मंडल ने धन्यवाद. दिया है यह सही समय पर लिया गया एक सही फैसला है. भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली में किसी भी जनप्रतिनिधि को 5 वर्ष से ज्यादा के कार्यकाल की इजाजत नहीं दी गयी है और उसमें चुनाव की प्राथमिकता सबसे उच्च है. लेकिन कोरोना के कारण आज बिहार में बिल्कुल विपरीत परिस्थितियां चल रही हैं जिनमें त्रि-स्तरीय पंचायती चुनाव कराना संभव नहीं है.
ऐसी परिस्थिति में अगर हम पंचायतों को भंग कर सारी शक्तियां पंचायत सेवक और बीडीओ को दे देते हैं तो भ्रष्टाचार की संभावना काफी बढ़ जाती है. इसीलिए सरकार ने एक बैलेंस बनाने के लिए पंचायत के मुखिया, वार्ड पार्षद और ग्राम सेवक की समिति और जिलापरिषद में परामर्शी समिति के निर्माण का निर्णय लिया है, जो उस पंचायत के सभी कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे. इससे जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मचारियों के सामूहिक निर्णय से सभी प्रकार के विकास कार्य होंगे.
कोरोना और संभावित बाढ़ की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करना भी आवश्यक था और चुनाव आचार संहिता के नियमों का पालन भी जरूरी था, इसलिए परिस्थितियों को देखते हुए यह सर्वश्रेष्ठ निर्णय है.
BJP नेता ने पंचायत चुनाव नहीं होने की स्थिति में पंचायत समिति और परामर्शी समिति का गठन होने का स्वागत किया।।
