भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत खगड़ा गांव के पास शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें यात्रियों से खचाखच भरी दो बसें आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि बसों के आगे के हिस्से चकनाचूर हो गए और घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे में करीब 65 लोग घायल हो गए, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों बस तेज़ रफ्तार में थीं और खगड़ा मोड़ के पास एक तीखे मोड़ पर अनियंत्रित होकर आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर के बाद मौके पर चीख-पुकार गूंज उठी। स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को बाहर निकालकर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया।
सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल तक पहुँचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई। डरे-सहमे परिजन अस्पतालों में अपनों की तलाश करते नजर आए।
डॉक्टरों की टीम ने बताया कि कई घायलों को सिर, पैर और सीने में गहरी चोटें आई हैं। कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया, जबकि गंभीर घायलों को मायागंज मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
हादसे के बाद बस ड्राइवरों की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा और यातायात नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि तेज़ रफ्तार और लापरवाही का अंजाम कितना खतरनाक हो सकता है।
अंत में सवाल यह है – कब सुधरेगा बिहार का सड़क परिवहन सिस्टम ? और कितनी जानें जाने के बाद जागेगा प्रशासन ?
