भागलपुर: – भागलपुर समाहरणालय परिसर मंगलवार को आवास कर्मियों की गूंज से थर्रा उठा। दर्जनों की संख्या में जुटे संविदा कर्मियों ने वेतन वृद्धि और 16 सूत्री मांगों के समर्थन में जमकर प्रदर्शन किया। कर्मियों की एक ही मांग थी—”अस्थायी नहीं, अब स्थायी चाहिए!”
धरने की अगुवाई कर रहे कर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्षों से वे न्यूनतम वेतन पर काम कर रहे हैं, जबकि महंगाई सातवें आसमान पर है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद न तो वेतन में इज़ाफा हुआ, न ही संविदा कर्मियों को स्थायित्व मिला।
“जब तक मांग पूरी नहीं, संघर्ष जारी रहेगा!”—इस जैसे गगनभेदी नारों से परिसर गूंजता रहा। कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे उग्र आंदोलन की राह पकड़ेंगे।
धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती कर रखी थी। हालांकि, खबर लिखे जाने तक जिला प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल से कोई औपचारिक बातचीत नहीं हो सकी थी।
इस प्रदर्शन ने एक बार फिर संविदा कर्मियों की बदहाल स्थिति और उनकी अनदेखी पर सवाल खड़ा कर दिया है।