नौ दिवसीय श्रीराम कथा को ले निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा

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श्रवण आकाश, खगड़िया

खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कबेला गांव स्थित उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में नौ दिवसीय श्री राम कथा का भव्य आयोजन को लेकर 251 कुंवारी कन्याओं द्वारा निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा। उक्त शोभायात्रा सीढ़ी घाट नयागांव से लेकर पैदल यात्रा जय श्री राम के जयघोष के साथ आयोजन स्थल पर गया।

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कलश के साथ कुंवारी कन्याएं

कथावाचक के रूप में श्री श्री 108 श्री बालकृष्ण लाल जी महाराज का पदार्पण हुआ है। जिनके द्वारा प्रत्येक दिन संध्या 5 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक कथा ज्ञान की गंगा बहेगी और मौजूद सैकड़ों श्रोतागण कथा ज्ञान की गंगा मे डुबकी लगायेंगे। कथा के प्रथम दिन श्री बालकृष्ण लाल जी महाराज ने भगवान श्री राम की महिमा का व्यख्यान किया।

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कलश के साथ कुंवारी कन्याएं

उन्होंने बताया कि श्री राम का भाव है, सदैव रहने वाली सत्ता भाव जिसका न ही जन्म होता है न ही मरण। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तब उसके नाम के आगे स्वर्गीय लग जाता है, लेकिन जब अवतारी पुरुष अपनी लीला को समेट कर इस धरा से जाते हैं, तो उनके नाम के आगे स्वर्गीय नहीं लगता, क्योंकि वह सत्ता अविनाशी है। उन्होंने बताया कि श्री राम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और श्री राम की कथा श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है।

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उन्होंने कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रभु की कथा श्रवण करने के लिए भगवान भोलेनाथ ऋषि अगस्त्य जी के आश्रम में जाते हैं और प्रभु की पावन पुनीत कथा को श्रवण कर धन्य हो जाते हैं। गरुड़ जी भी जब भगवान राम और लक्ष्मण को नागपाश में बंदा देखते हैं, तो उनके मन में संशय उत्पन्न हो जाते हैं। फिर वह हनुमान जी के कहने पर भगवान भोलेनाथ के पास जाते हैं और प्रभु की कथा को श्रवण करते हैं, तद्पश्चात प्रभु की कथा को श्रवण कर उनके मन के सारे संशय दूर होते हैं। महाराज जी ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं, तो उसका जीवन धन्य हो जाता है। कथा के उपरांत मौजूद सैकड़ों भक्तजनों के लिए भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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