श्रवण आकाश, खगड़िया
परबत्ता प्रखंड के सियादतपुर अगुवानी पंचायत अंतर्गत डुमरिया बुजुर्ग गांव स्थित मां भगवती मंदिर परिसर में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के आयोजन को लेकर निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा, उमड़ी सैकड़ों लोगों की भीड़।
प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त आयोजन की शुरुआत शुक्रवार सुबह 501 कुंवारी कन्याएं एवं दर्जनों महिलाएं द्वारा पैदल मां भगवती मंदिर परिसर से लेकर उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा घाट तट पर से वापिस आयोजन स्थल तक माथे पर कलश रख जय श्री राम, जय श्री राम नाम के जयकारे लगा कलशयात्रा निकाली गई।
वहीं पुछताछ में आयोजक डॉ सत्येंद्र कुमार ने कहा कि मां भगवती के द्वारा मनोकामनाएं पूर्ण होने के उपरांत ही मंदिर परिसर में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जहां कथा वाचन के लिए कथा वाचक परम पूज्य दुर्गेशानंद जी महाराज का पदार्पण व आगमन हुई है। जिनके मुखारविंद से पुरे 9 दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ की गंगा बहती रहेगी।
आयोजन के प्रथम दिन कथा वाचक परम पूज्य दुर्गेशानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवन से कलयुग के पांच प्रकार के महापापों का भी समूल नाश हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा के गायन अथवा श्रवण से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और वह व्यक्ति बैकुंठ धाम जाने का अधिकारी बन जाता है।
उन्होंने कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है, जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। इतना ही नहीं वहीं आयोजन समिति के संचालक सदस्य पंकज कुमार, बालमुकुंद हजारी, सुनिल चौधरी उर्फ अनिल, कृष्ण कन्हैया राय आदि ने बताया कि भागवत शास्त्र का आदर्श दिव्य है।
भागवत कथा घर में रहते हुए ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग बताता है। भागवत कथा का अमृत पीने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है और जीव पवित्र होता है। श्रीमद्भागवत महा पुराण मानव मन का मंथन कर आनंद की अनुभूति कराता है। मौके पर विनय चौधरी, रजनीश चौधरी, मनोज चौधरी, चंद्रभूषण चौधरी, उपेंद्र हजारी, प्रेम निधि मिश्रा, प्रभास मिश्रा, सुमन चौधरी, सोनू प्रीतम आदि सैकड़ों लोगों की उपस्थिति देखी गई।