मड़वा पूरब के पैक्स अध्यक्ष पद के चुनाव में इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प होता दिख रहा है। उम्मीदवार रौशन चौधरी ने नामांकन दाखिल कर अपनी दावेदारी को लेकर स्पष्ट विजन और योजनाओं का ऐलान किया है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और वर्तमान पैक्स अध्यक्ष मिन्टू राय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में किसानों के विकास के नाम पर केवल दिखावा हुआ है।
रौशन चौधरी ने कहा, “पिछले कार्यकाल में किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया गया। किसानों को समय पर खाद और कृषि लोन जैसी सुविधाएं नहीं मिलीं, जिससे उनकी पैदावार प्रभावित हुई।” उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान नेतृत्व न केवल पैक्स के धन का दुरुपयोग कर रहा है बल्कि योजनाओं को भी पारदर्शिता के साथ लागू करने में विफल रहा है।
रौशन चौधरी का विजन और योजनाएं
रौशन चौधरी का दावा है कि उनका उद्देश्य मड़वा पूरब के किसानों की जिंदगी में वास्तविक बदलाव लाना है। उनके प्रमुख वादों में शामिल हैं:
- कृषि लोन और खाद की उपलब्धता: किसानों को समय पर किफायती दरों पर कृषि लोन और खाद उपलब्ध कराया जाएगा।
- वैज्ञानिक प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक खेती के तरीकों से प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उनकी उपज में सुधार हो सके।
- आय बढ़ाने वाली फसलें: किसानों को अधिक मुनाफा देने वाली फसलों के बारे में जानकारी और समर्थन दिया जाएगा।
- आय वृद्धि पर जोर: कृषि आधारित योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
रौशन चौधरी ने कहा, “अगर जनता मुझे मौका देती है, तो मैं न केवल किसानों के हितों की रक्षा करूंगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाऊंगा। मेरा लक्ष्य है कि मड़वा पूरब के किसान न सिर्फ आर्थिक रूप से सशक्त बनें, बल्कि अपने अधिकारों के प्रति भी जागरूक हों।”
मौजूदा अध्यक्ष मिन्टू राय पर आरोप
रौशन चौधरी ने मौजूदा अध्यक्ष मिन्टू राय के कार्यकाल को किसानों के लिए निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि मिन्टू राय ने अपने कार्यकाल में पैक्स के धन का दुरुपयोग किया और पारदर्शिता बनाए रखने में पूरी तरह असफल रहे। चौधरी का आरोप है कि योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंद किसानों तक नहीं पहुंच पाया।
चुनावी दौड़ में गरमाता माहौल
मड़वा पूरब के इस चुनावी मुकाबले ने क्षेत्रीय राजनीति को गरमा दिया है। एक तरफ रौशन चौधरी बदलाव और विकास की बात कर रहे हैं, वहीं मिन्टू राय अपनी उपलब्धियों के दम पर जनता से फिर से समर्थन मांग रहे हैं। इस बार चुनावी मुद्दे मुख्य रूप से किसान हित, पारदर्शिता और पैक्स की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर आधारित हैं।
क्या कहते हैं स्थानीय मतदाता?
स्थानीय मतदाताओं का कहना है कि उन्हें ऐसे नेता की जरूरत है, जो किसानों की वास्तविक समस्याओं को समझकर उनका समाधान करे। रौशन चौधरी के वादे और उनकी योजनाएं कुछ मतदाताओं को प्रभावित कर रही हैं, लेकिन मिन्टू राय के समर्थक उनकी स्थिरता और अनुभव को उनकी ताकत बता रहे हैं।
अंतिम फैसला मतदाताओं के हाथ में
मड़वा पूरब के पैक्स चुनाव में बदलाव की मांग स्पष्ट है। अब यह देखना होगा कि मतदाता किसे अपना भरोसा देकर क्षेत्र का भविष्य सौंपते हैं। यह चुनाव केवल अध्यक्ष पद का नहीं, बल्कि क्षेत्र के किसानों की किस्मत का फैसला भी करेगा।