भागलपुर, 27 अप्रैल 2025 : आगामी खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के सफल आयोजन को लेकर भागलपुर जिले में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसी क्रम में रविवार को समीक्षा भवन में एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न खेलों से जुड़े 60 युवा खिलाड़ियों को वॉलिंटियर्स के रूप में प्रशिक्षित किया गया।

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निर्देश पर आयोजित इस प्रशिक्षण सत्र में जिला खेल पदाधिकारी दरभंगा श्री परिमल, खेल प्रबंधन इकाई की सुश्री आकांक्षा दहाट, प्रणाली भोसले एवं करण ठाकुर द्वारा वॉलिंटियर्स को खेलो इंडिया यूथ गेम्स से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें खेल भावना, शिष्टाचार, अतिथि सत्कार और खिलाड़ियों की सुविधा व सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया।
वॉलिंटियर्स को संबोधित करते हुए भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि हमारे यहां कई विश्वविद्यालय और कॉलेज हैं, जहां से वॉलिंटियर्स मिल सकते थे, लेकिन हमने यह निर्णय लिया कि खेल से जुड़े युवाओं को वॉलिंटियर्स बनने का अवसर दिया जाए, ताकि उन्हें राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के साथ काम करने और उनसे सीखने का अनमोल अनुभव प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों में अनुशासन, समर्पण और विशिष्ट गुण होते हैं, जिन्हें करीब से देखना और समझना युवाओं के लिए प्रेरणादायक होगा।
जिलाधिकारी ने वॉलिंटियर्स को खिलाड़ियों के साथ विनम्रता से पेश आने, उनके कार्यक्रम के अनुसार समय से पूर्व स्थल पर पहुंचने, उनकी जरूरतों का ध्यान रखने और गोपनीयता तथा सुरक्षा का पूरा पालन करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि बिहार में अतिथि सत्कार की परंपरा बेहद समृद्ध है और इस आयोजन के माध्यम से इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा। वॉलिंटियर्स से अपेक्षा की गई कि वे ड्रेस कोड और पहचान पत्र के साथ उपस्थित रहें तथा किसी भी तरह की अनावश्यक बातचीत से बचें।
उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार सिंह ने वॉलिंटियर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में बताए गए सभी निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें।
बैठक में अपर समाहर्ता श्री दिनेश राम, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क श्री नागेंद्र कुमार गुप्ता तथा जिला खेल पदाधिकारी श्री जय नारायण सिंह भी उपस्थित थे।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के इस आयोजन से भागलपुर को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है।