बिहपुर, भागलपुर। कोसी की धार से कटे गांवों को अब मिलेगा मुख्यधारा से सीधा रास्ता! बिहपुर प्रखंड के हरियो पंचायत अंतर्गत कोसीपार गांव, गोविंदपुर-मुसहरी और कहारपुर जैसे लंबे समय से सड़क संपर्क से वंचित गांवों के लिए अब राहत की बड़ी खबर आई है। कोसी नदी पर लगभग 20 करोड़ की लागत से एक पीपा पुल का निर्माण होने जा रहा है, जिससे इन गांवों को बिहपुर प्रखंड मुख्यालय से सीधे जोड़ा जाएगा।

विधायक शैलेंद्र की वर्षों की मेहनत लाई रंग
इस पुल के निर्माण की नींव उस संघर्ष में है, जिसे क्षेत्रीय विधायक इंजीनियर शैलेंद्र ने कई वर्षों से जन सरोकार के रूप में उठाया। न सिर्फ उन्होंने बिहार विधान सभा में शून्य काल के दौरान सरकार से इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया, बल्कि ज़मीनी स्तर पर भी लगातार इसके लिए प्रयासरत रहे।
विधायक श्री शैलेंद्र ने बताया कि कोसी कटाव से प्रभावित इन गांवों का आज भी प्रखंड मुख्यालय से कोई सीधा सड़क संपर्क नहीं है। ऐसे में इस पीपा पुल के बन जाने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि कोसीपार दियारा क्षेत्र में खेती करने वाले सैकड़ों किसानों के जीवन में भी एक नई सुबह आएगी।
टेंडर की प्रक्रिया शुरू – शिलान्यास करेंगे डिप्टी सीएम
सरकारी कार्रवाई पूरी होते ही इस परियोजना का टेंडर जल्द ही निकाला जाएगा। खास बात यह है कि पुल निर्माण कार्य का शिलान्यास बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा किया जाएगा।
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
इस पहल से गांवों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। दिनेश यादव, रूपेश रूप, इंजीनियर कुमार गौरव, लालमोहन, सदानंद मंडल, व्यास मिश्र, अजय उर्फ माटो, अजीत चौधरी सहित कई स्थानीय लोगों ने विधायक के इस प्रयास को क्षेत्र के विकास में “एक मील का पत्थर” बताया।
स्थलीय निरीक्षण भी हो चुका है
बीते महीने पुल निर्माण निगम (आरसीडी) के कार्यपालक और सहायक अभियंता अनिल कुमार ने इस प्रस्तावित पुल स्थल का स्थलीय निरीक्षण भी किया था, जिससे कार्य में तेज़ी लाने के संकेत मिले।
कोसी के पार अब विकास की राह
बिहपुर के इन टोलों में वर्षों से विकास की धारा सिर्फ कागज़ों में बह रही थी। अब जब पुल बनने जा रहा है, तो कोसी के उस पार रहने वाले हज़ारों लोगों के जीवन में उम्मीद, सुविधा और आत्मसम्मान की नई शुरुआत होगी।