
श्रवण आकाश, (खगड़िया) की कलम से
खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता प्रखंड के उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा घाट को छूते हुए वाराणसी से चलकर गंगा नदी के रास्ते गंगा विलास क्रूज उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा घाट के छोड़ को छुती हुई अजगैबीनाथ धाम सुल्तानगंज पहुँचा। अगुवानी गंगा घाट पर मद्देनजर परबत्ता के अंचल प्रशासन सुरक्षा में लगी हुई थी। पुछताछ में परबत्ता के प्रभारी सीओ चंदन कुमार ने बताया कि परबत्ता अंचल क्षेत्र से गुजर रहा था, जिस कारण वे लोग एसडीआरएफ की टीम के साथ मौजूद थे। जहां जर्मनी और स्विटजरलैंड के कुल 31 सैलानियों को गंगा किनारे रचे बसे सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक प्रगति को दिखाते हुए एक ईको टूरिजम की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई हैं।


प्राप्त जानकारी अनुसार भागलपुर के सुल्तानगंज में पहाड़ी पर जहन्नु ऋषि के आश्रम और शिला पर बनाये गए मूर्तियों का अवलोकन करते हुए तमाम विदेशी पर्यटकों का भव्य तरीके से स्वागत किया गया। जहां मुख्य रूप से स्कूली बच्चे और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी शालीनता का परिचय दिया। वहीं अजगैबीनाथ मठ सुल्तानगंज घाट से सावन भादो समेत अन्य दिनों कावड़िया जल भरकर देवघर भी जाते हैं। यहाँ के इतिहास और धार्मिक महत्ता को जानकर भी विदेशी पर्यटक उत्साहित दिखे । बताते चलें कि विलास क्रुज के आगमन की सुचना पर अगुवानी गंगा घाट पर दर्जनों जनप्रतिनिधियों और सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे हुए थे। जो अपनी मोबाइल के जरिए वीडीओ तस्वीरें और लाइव प्रसारण करते नजर आए । अजगैवीनाथ मठ में विदेशी सेलानीयो का जथ्था पहुंचते हीं प्रशासन एंव भाजपा कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया । बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गंगा विलास क्रुज रवाना करने पर गंगा विलास क्रुज से 31 विदेशी सेलानीयो का जथ्था अजगैवीनाथ धाम भागलपुर के सुल्तानगंज में पहाड़ी पर जहन्नु ऋषि के आश्रम और शिला पर बनाये गए मूर्तियों का अवलोकन करते हुए तमाम विदेशी पर्यटकों का भव्य तरीके से प्रशासन ने स्वागत किया। वहीं मौजूद सियादतपूर अगुवानी पंचायत के मुखिया स्मृति कुमारी ने बताई कि हमारे पंचायत के अगुवानी गंगा घाट के किनारे पर वर्ल्ड लांगेस्ट रिवर क्रूज के आगमन की हमारे लिए क्षेत्र के सबों के लिए गौरव की बात है। इसके साथ ही साथ अपने पंचायत के गंगा घाट को विश्व प्रसिद्ध अर्थात नामी-गिरामी अगुवानी गंगा घाट तट इंगित करते हुए बताई की सर्वप्रथम माननीय नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नितीश कुमार को रुठ चार्ट को लेकर धन्यवाद देते हुए बोली कि मैं भी एक टूरिज्म का पार्ट रह चुकी हूं। बीते वर्षों होटल मैनेजमेंट का काम करने के दौरान मुझे इस तरह के कई सौभाग्य प्राप्त हुए थे।


इसके पश्चात वहीं मौजूद माधवपुर पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार उर्फ बंटू समेत मौजूद अतिथियों का भी धन्यवाद ज्ञापन किया, जिनके आगमन पर आज सैकड़ों का जमावड़ा देखने को मिली। वहीं माधवपुर पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार ने इस विलास क्रुज का विशेषता बताते हुए कहा कि इसमें जर्मनी और स्विट्जरलैंड के कुल 31 सैलानियों का आगमन हुआ, जो कि सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक प्रगति को दिखाते हुए इको टूरिज्म की शुरुआत हमारे भारत सरकार द्वारा की गई हैं। जोकि एकदम काबिलेतारिफ हैं। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज से भागलपुर की ओर प्रस्थान करेंगे। अंततः मौजूद ग्रामीणों को भी इस देश के इस बड़े विलास क्रुज की विशेषता को बताते नजर आए।
