नवगछिया से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां दहेज की भूख में अंधे परिजनों ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यह मामला नवगछिया के बिहपुर प्रखंड के नन्हकार गांव का है, जहां अर्चना देवी नामक विवाहिता को दहेज की मांग पूरी न करने पर बेरहमी से पीटा गया और जान से मारने की कोशिश की गई।
🧕 पीड़िता की आपबीती – डर से कांप रही थी अर्चना…
बुरी तरह जख्मी अर्चना देवी को बिहपुर पीएचसी लाया गया। अस्पताल में वह कांप रही थी, उसकी आँखों में भय, दर्द और बेबसी साफ झलक रही थी। पूछने पर अर्चना ने जो कहानी बताई, उसने सबको झकझोर कर रख दिया।
📜 शादी के बदले मांगा गया था 4 लाख और सोने की चकती…
अर्चना का विवाह पांच साल पहले सन्नी यादव, पिता- आंगनबाड़ी सेविका रंजना रानी के बेटे से हुआ था। शादी के समय चार लाख रुपये और एक सोने की चकती की मांग की गई थी, लेकिन लड़की के पिता सिर्फ तीन लाख और कुछ गहने ही दे सके। तभी से ससुराल वाले उस पर दबाव बना रहे थे कि बाकी रुपये और सोना लाओ, वरना ससुराल में नहीं रहने देंगे।
😱 भाई के सामने प्यार, पीछे मार – रातभर की बर्बरता
बीते बुधवार की शाम, अर्चना अपने दो भाइयों के साथ मायके गोराडीह, कहलगांव से ससुराल गई थी। भाई के लौटते ही पति सन्नी यादव, देवर छोटू यादव और सास रंजना रानी ने उस पर टूट पड़ने जैसा हमला कर दिया।
उसके साथ घसीट-घसीटकर मारपीट की गई, बाल पकड़कर फर्श पर पटका गया, और बात-बात पर गंदी गालियां दी गईं। रातभर उसे घर में बंद कर पीटा गया। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों की योजना थी कि सुबह होते ही उसे मारकर गंगा में फेंक दिया जाएगा, ताकि कोई सुराग न मिले।
📞 भाई ने 112 पर कॉल कर बचाई बहन की जान
मारपीट के दौरान किसी तरह अर्चना ने मोबाइल छिपाकर भाई को कॉल किया, लेकिन जब भाई राहुल और छोटू पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई, बाइक और मोबाइल छीन लिया गया। जैसे-तैसे राहुल ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।
बिहपुर पुलिस मौके पर पहुंची और अर्चना को गंभीर स्थिति में पीएचसी लाकर इलाज कराया।
📝 अब तक FIR नहीं, पर थाने में दर्ज होगा मामला
पीड़िता के भाई राहुल ने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद झंडापुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उधर झंडापुर थानाध्यक्ष का कहना है कि अब तक कोई लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है, आवेदन मिलते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
📢 सवाल उठते हैं…
- दहेज के खिलाफ सख्त कानून होने के बावजूद आखिर ऐसे दरिंदों का हौसला इतना बुलंद क्यों?
- क्या ससुराल की चारदीवारी में महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं?
- क्या पुलिस इस बार आरोपियों को सख्त सज़ा दिला पाएगी या फिर एक और केस फाइलों में दब जाएगा?
🛑 दहेज लोभियों के खिलाफ नवगछिया पुलिस का अगला कदम क्या होगा – यह देखना बाकी है। लेकिन यह तय है कि अर्चना जैसी बहनों की चुप्पी अब और नहीं सहनी चाहिए।
दहेज हत्या की मानसिकता रखने वालों के लिए यह मामला एक चेतावनी बनकर सामने आए!