भागलपुर | नारायणपुर प्रखंड: 152-बिहपुर विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं बिहार विधान सभा के सचेतक इं. कुमार शैलेन्द्र ने एक बार फिर जनहित और सामाजिक न्याय की बुलंद मिसाल पेश की है। उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी, भागलपुर को पत्र लिखकर सिंहपुर पश्चिम पंचायत के ग्राम गनौल, वार्ड नं.-03 के महादलित समुदाय के लोगों के लिए सामुदायिक भवन निर्माण की मांग की है।
🏚 महादलित टोले के हालात और सरकारी जमीन
विधायक ने पत्र में उल्लेख किया है कि गनौल गांव के महादलित टोले के समीप बिहार सरकार की जमीन (खाता संख्या-1772, खेसरा संख्या-808, रकवा 10 डिसमिल) मौजूद है। इस भूमि का विभिन्न स्तर के अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण भी किया गया है, और अंचलाधिकारी द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र भी जारी किया जा चुका है।
इसके बावजूद, अब तक वहां सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है, जिससे स्थानीय महादलित परिवारों में निराशा और असंतोष व्याप्त है।
🗣 विधायक का भावनात्मक आग्रह – “यह केवल भवन नहीं, पहचान का प्रतीक होगा”
इं. कुमार शैलेन्द्र ने अपने पत्र में आग्रह किया है कि —
“यह महज एक ईंट-पत्थर की इमारत नहीं, बल्कि हमारे समाज के सबसे वंचित वर्ग के लिए सम्मान, संगठन और स्वर की जगह होगी। यह भवन उनके लिए सामाजिक सशक्तिकरण की पहली सीढ़ी साबित हो सकता है।”
🙏 जनप्रतिनिधि की संवेदनशील पहल
जनता के प्रति सजग रहते हुए विधायक ने संबंधित अधिकारियों से अनुरोध किया है कि:
- महादलित समुदाय के आवेदन पर संवेदनशीलता के साथ विचार किया जाए।
- खाता एवं खेसरा संख्या वाली भूमि पर शीघ्र सरकारी योजना के तहत सामुदायिक भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए।
- निर्माण कार्य की समयबद्ध समीक्षा हो, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की लापरवाही ना हो।
📎 पत्र के साथ संलग्न है ग्रामीणों का सामूहिक आवेदन
गांव के महादलित परिवारों ने सामूहिक रूप से आवेदन देकर विधायक से यह मांग की थी, जिसे संलग्न करते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है।
📌 निष्कर्ष:
विधायक कुमार शैलेन्द्र का यह कदम सिर्फ एक पत्र नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता की दिशा में मजबूत हस्तक्षेप है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन इस पहल को गंभीरता से लेगा और जल्द ही महादलित समुदाय को उनका बहुप्रतीक्षित सामुदायिक भवन मिल पाएगा।
“जनता के बीच, जनता की आवाज़ बनकर जो बोले – वही सच्चा जनप्रतिनिधि!”