अमरजीत सिंह भागलपुर
एक ओर जहां जिले भर में बालू एवं गिट्टी के ओवरलोड वाहनों को बंद करने के लिए डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अस्थाई बाईपास खनन चेकपोस्ट का निर्माण कर सभी चौदह चक्का ट्रक समेत बालू एवं गिट्टी के ओवरलोड ट्रकों के परिचालन को बंद करने का आदेश जारी किया था। लेकिन खान एवं भूतत्व विभाग के कर्मियों ने डीएम सुब्रत कुमार सेन के जारी आदेश की अवहेलना करते हुए सभी चौदह चक्का ट्रक समेत बालू एवं गिट्टी ओवरलोड ट्रकों को रात तो रात दिन के उजाले में भी जाने की छूट दे रखी है। खान एवं भूतत्व विभाग और बालू माफियाओं के गठजोड़ से एक बार फिर से बड़े स्तर पर बालू एवं गिट्टी ओवरलोड ट्रकों को बाईपास खनन चेक पोस्ट पार कराने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। साथ ही बाईपास खनन चेकपोस्ट पार कराने के लिए ओवरलोड बालू एवं गिट्टी के ट्रकों का भी पासिंग का खेल शुरू कर दिया गया है। दिन में होमगार्ड के भरोसे चेक पोस्ट रहता है और नहीं के बराबर रहते हैं पदाधिकारी। सभी ओवरलोड ट्रकों को पार कराने में ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड की अहम भूमिका रहती है। सूत्रों की माने तो माइनिंग के नाम पर प्रत्येक ट्रक से दो हजार से तीन हजार रुपए तक की वसूली की जाती है। लोगों का आरोप है कि बिना माइनिंग की मिलीभगत के बिना चेक पोस्ट से एक भी ओवरलोड ट्रक पार नहीं कर सकता है। फिर प्रत्येक दिन चेक पोस्ट होने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में बालू एवं गिट्टी ओवरलोड ट्रक पार कैसे होता है। अब सवाल यह है कि आखिरकार चेक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी का क्या अर्थ है क्या यह सीसीटीवी सिर्फ दिखावे के हैं, अगर नहीं तो फिर खान एवं भूतत्व विभाग के अधिकारी इतने लापरवाह क्यों हैं।
खान एवं भूतत्व विभाग की लापरवाही, होमगार्ड के भरोसे चेकपोस्ट नहीं के बराबर रहते हैं अधिकारी।
