नई दिल्ली। सीतापुर, उत्तर प्रदेश में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की निर्मम हत्या ने पूरे मीडिया जगत को झकझोर कर रख दिया है। इस हृदयविदारक घटना की कड़ी निंदा करते हुए सैफरॉन इंक फाउंडेशन ने दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी और उनके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रतिनिधि — पत्रकार — अब असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पत्र में कहा गया कि खबर संकलन के दौरान पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल प्रशासन बल्कि राज्य सरकार की भी नैतिक जिम्मेदारी है। यदि पत्रकारों को सच दिखाने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़े, तो यह लोकतंत्र के लिए गहरी चिंता का विषय है।
सैफरॉन इंक फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि उनका जीवन आर्थिक तंगी में न बीते। संगठन ने यह भी ऐलान किया कि वे सोशल मीडिया पर एक व्यापक कैंपेन शुरू करेंगे, जिससे देशभर के लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आएं।
फाउंडेशन ने सरकार से अनुरोध किया कि पत्रकारों को धमकी देने वालों और उनकी हत्या करने वालों के खिलाफ कड़े कानून बनाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।
राघवेंद्र वाजपेयी की नृशंस हत्या ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है — क्या सच लिखने और बोलने की सजा मौत है? सैफरॉन इंक फाउंडेशन ने यह संदेश दिया है कि वे पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाकर ही दम लेंगे।