भागलपुर जिले के बिहपुर थाना क्षेत्र में रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दिनांक 03 जून 2024 को पीड़िता के लिखित आवेदन के आधार पर राजेश यादव, पिता—स्व. पटवारी यादव, ने अपने कुछ साथियों के साथ हथियारों से लैस होकर पीड़िता के दरवाजे पर हंगामा करते हुए गाली-गलौज और रंगदारी की मांग की। इस मामले में बिहपुर थाना कांड संख्या 196/24 दर्ज किया गया था, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 149, 447, 385, 387, 337, 504, 506, 34 एवं आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।
मानवीय और तकनीकी सूचना संकलन के बाद पुलिस ने फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त राजेश यादव को 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इसी क्रम में नवगछिया न्यायालय (एसीजेएम प्रथम) से जारी वारंट के तहत गोपालपुर थाना क्षेत्र के निवासी पप्पु मंडल (पिता – सुरेश मंडल, ग्राम – गोसाई गांव) को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इन कार्रवाइयों से साफ है कि नवगछिया पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
अवैध शराब के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है नवगछिया पुलिस
पुलिस अधीक्षक नवगछिया के नेतृत्व में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत भी कई अहम गिरफ्तारियां हुईं। रंगरा थाना और ALTF टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए झल्लूदास टोला से 20 लीटर देशी शराब के साथ रूपेश कुमार (पिता – कंचन मंडल) को धर दबोचा। इस पर रंगरा थाना कांड संख्या 72/25, दिनांक 12 अप्रैल 2025 को बिहार मद्यनिषेध अधिनियम 2022 की धारा 30(ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
वहीं, इस्माइलपुर थाना पुलिस ने भी कड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम इस्माइलपुर से पांडव कुमार मंडल और संतोष मंडल (दोनों पिता – भूचो मंडल) को 1.5 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया। इस्माइलपुर थाना कांड संख्या 58/25 के अंतर्गत इन पर भी बिहार गद्यनिषेध अधिनियम 2022 की धारा 30(ए) में मामला दर्ज हुआ।
कदवा थाना भी पीछे नहीं!
कदवा थाना कांड संख्या 44/25 के तहत आरोपी कुंदन कुमार (पिता – अखिलेश मंडल, निवासी – लक्ष्मीनिया) को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। उसके खिलाफ भी बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2022 की धारा 37 के तहत मामला दर्ज है।
सख्त संदेश: कानून से कोई ऊपर नहीं!
नवगछिया पुलिस की इन ताबड़तोड़ कार्रवाइयों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून से खेलने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। अपराध चाहे रंगदारी का हो या अवैध शराब का कारोबार – हर मोर्चे पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। आमजन में विश्वास और अपराधियों में खौफ कायम करना ही इस मिशन की सबसे बड़ी सफलता है।