बिहपुर में “नेता जी का नशा”, कानून ने उतारी खुमारी!
राजद नेता की शराब पार्टी में चला कानून का डंडा, पांच गिरफ्तार
बिहार में शराबबंदी है—कागज़ पर, दीवारों पर, भाषणों में। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है, खासकर जब जनप्रतिनिधि बनने का सपना देखने वाले नेता खुद “नशे में सत्ता का सपना” संजोए हों।
झंडापुर थाना पुलिस ने शुक्रवार की रात एक “मयखाने में तब्दील” हो चुके राजनीतिक अड्डे पर छापामारी कर, राजद किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव विपीन मंडल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। ये शराब पार्टी बिहपुर-जमालपुर पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य विभाकर उर्फ राजा सिंह के घर चल रही थी, जहां विकास की नहीं, “वाइन की बोतलों” की चर्चा जोरों पर थी।
गिरफ्तार लोगों में सिर्फ पार्टी नहीं, पद भी शामिल था। मड़वा गांव के राजद किसान प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष ताराकांत राय, प्रत्युष श्रीवास्तव, राजू गोस्वामी और खुद मेज़बान राजा सिंह भी इस “मदहोश महफ़िल” का हिस्सा बने।
सबसे बड़ा झटका—विपीन मंडल, जो बिहपुर विधानसभा से आगामी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, अब खुद कानून की गिरफ़्त में हैं। जनता जिनसे उम्मीद लगाए बैठी थी कि वे बेरोजगारी, शिक्षा और विकास की बात करेंगे, वो निकले “शराब और शोरगुल के सिपाही”।
पुलिस ने सभी आरोपियों पर मामला दर्ज कर, शनिवार को कोर्ट में पेश कर दिया। वहीं इलाके में इस घटना को लेकर जबरदस्त नाराज़गी है। समाज के लोग राजद नेता की इस करतूत से क्षुब्ध हैं और इसे जनता के विश्वास के साथ छल बता रहे हैं।
जो नेताजी कल वोट मांगने आएंगे, आज बोतल पकड़ाए बैठे हैं।
जिन हाथों में संविधान की सेवा होनी चाहिए थी, उनमें जाम की खनक है।
और जनता? वो ठगी-सी देख रही है—अपने ‘जनसेवकों’ की असली तस्वीर!