भागलपुर, 12 अप्रैल 2025 — बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने आज जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, निदेशक मत्स्य संसाधन श्री अभिषेक रंजन एवं विभागीय अन्य पदाधिकारियों के साथ भागलपुर डेयरी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डेयरी प्लांट के प्रत्येक यूनिट का अवलोकन करते हुए वहां संचालित प्रक्रियाओं की विस्तार से समीक्षा की।
अपर मुख्य सचिव ने भागलपुर डेयरी के प्रबंध निदेशक श्री शिवेन्द्र कुमार सिंह को ग्रामीण क्षेत्रों से दूध संग्रहण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुग्ध विक्रय से मिलने वाली राशि भी अधिक से अधिक महिला उत्पादकों के बैंक खातों में सीधे स्थानांतरित की जाए, जिससे ग्रामीण महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें।
निरीक्षण के पश्चात् समीक्षा बैठक में डॉ. विजयलक्ष्मी ने भागलपुर डेयरी के मौजूदा 94,000 लीटर प्रतिदिन दुग्ध संग्रहण क्षमता को 1.50 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया। इसके लिए उन्होंने 10,000 मेट्रिक टन क्षमता वाला नया मिनी डेयरी संयंत्र स्थापित करने हेतु ₹3 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही, सुधा ब्रांड के गुलाब जामुन, पेड़ा, घी इत्यादि तैयार करने वाले उत्पादन उपकरणों की खरीदारी के लिए आवश्यक बजट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
डॉ. विजयलक्ष्मी ने विभाग द्वारा संचालित सभी दुग्ध उत्पादन योजनाओं में 100% लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा कि प्रगति रिपोर्ट मासिक आधार पर उच्चाधिकारियों को प्रस्तुत की जाए। उन्होंने विमुल डेयरी के प्रबंध निदेशक और उनकी पूरी टीम को अब तक के बेहतर कार्य के लिए बधाई देते हुए भविष्य में भी इसी उत्साह और गुणवत्ता के साथ कार्य जारी रखने का आश्वासन लिया।