शुक्रवार को बिहपुर में मोहर्रम कमेटी के सदस्यों और सैकड़ों ग्रामीणों ने इमामबाड़ा और मंजिलगा की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने की मांग को लेकर अंचल कार्यालय का रुख किया। प्रदर्शनकारियों ने अंचलाधिकारी लवकुश कुमार को आवेदन देने की तैयारी की थी, लेकिन उनके कार्यालय में मौजूद न होने पर यह आवेदन बिहपुर बीडीओ सत्यनारायण पंडित को सौंपा गया।
मोहर्रम कमेटी के सदस्य जावेद खान ने आरोप लगाया कि इमामबाड़ा और मंजिलगा की जमीन पर लगातार अवैध कब्जा किया जा रहा है। इस संबंध में कई बार अंचलाधिकारी से शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इस अनदेखी से नाराज हैं और जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कमेटी के एक अन्य सदस्य, मोहम्मद इबरार आलम ने कहा कि कुछ दिन पहले अंचलाधिकारी ने 6 मार्च को भूमि की मापी कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन तय तारीख पर वे नहीं पहुंचे। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश फैल गया।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही अतिक्रमण रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाए गए तो वे अंचलाधिकारी का घेराव करेंगे।
इस विरोध प्रदर्शन में मोहर्रम कमेटी के सचिव मोहम्मद इबरार आलम, प्रवक्ता अहमद हुसैन मतवाला, खजांची मोहम्मद सरफराज, उपाध्यक्ष अजहरुद्दीन उर्फ अफरोज, वाजिद अली समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।
ग्रामीणों और मोहर्रम कमेटी ने प्रशासन से मांग की है कि इमामबाड़ा और मंजिलगा की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।