रोहतास के नटवार थाना क्षेत्र में शनिवार को पुलिस ने रेड लाइट एरिया में बड़े स्तर पर छापेमारी की, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस की दबिश देखते ही लड़कियां इधर-उधर भागने लगीं, लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए 45 नाबालिग लड़कियों और 4 लड़कों को रेस्क्यू कर लिया। इस कार्रवाई में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे गहन पूछताछ जारी है।
छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों से लाई गई थीं लड़कियां
पुलिस ने रेस्क्यू की गई सभी बच्चियों को सासाराम के बाल कल्याण समिति (CWC) के हवाले कर दिया है। रोहतास के एसपी रौशन कुमार ने बताया कि इनमें से 41 लड़कियां छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की हैं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि इन्हें शादी और अन्य समारोहों में नाच-गाने के कार्यक्रम के बहाने यहां लाया गया था। उम्र सत्यापन की प्रक्रिया जारी है।
डांस प्रोग्राम की आड़ में घिनौना खेल
जांच में यह भी सामने आया है कि नटवार बेदा और बिश्रामपुर जैसे इलाकों में लड़कियों को उनके परिवारों को लालच देकर बुलाया जाता था। डांस प्रोग्राम के नाम पर इनसे गलत काम करवाए जाने की भी आशंका है। पुलिस हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
एसपी रौशन कुमार ने बताया, “गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की गई, जिसमें बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता भी शामिल थे। कई महीनों से इस गंदे खेल की सूचना मिल रही थी, जिसके बाद आज कार्रवाई की गई।”
आगे की कार्रवाई जारी
फिलहाल पुलिस पकड़े गए लोगों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड कौन है और किन-किन लोगों की इसमें संलिप्तता है। सभी लड़कियों की काउंसलिंग कर उनके घरवालों से संपर्क साधा जा रहा है।
रोहतास में इस खुलासे ने दहलाया दिल
रेड लाइट एरिया में हुई इस कार्रवाई ने एक बार फिर मानव तस्करी और देह व्यापार जैसे घिनौने अपराधों की पोल खोल दी है। पुलिस के सख्त कदम से उम्मीद है कि मासूम बच्चियों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले अपराधियों पर नकेल कसी जाएगी।